गया बालाजी चंबुले को शिक्षा एवं अध्यापन के क्षेत्र में विशेष योगदान हेतु अवार्ड से सम्मानित किया जाएगा ।
दिल्ली, समाजहित एक्सप्रेस (रघुबीर सिंह गाड़ेगांवलिया) l गोपाल किरण समाजसेवी संस्था, ग्वालियर के तत्वाधान में 28 अक्टूबर 2023 को आयोजित होने वाले एक दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय सेमिनार ब्रिलियंस अवार्ड सेरेमनी का भव्य समारोह बंगलुरु के कार्यक्रम में मुख्य संरक्षक कैलाश चन्द मीणा (IFS), मुख्य अतिथि व वक्ता डॉ० बी.पी. अशोक (IPS), व सूर्यकांत शर्मा होंगे l इनकी गरिमामयी उपस्थिति में गया बालाजी चंबुले को शिक्षा एवं अध्यापन के क्षेत्र में विशेष योगदान हेतु अवार्ड से सम्मानित किया जाएगा ।
गया बालाजी चंबुले का जन्म 10 जुलाई 1978 में परभणी महाराष्ट्र में हुआ है । इनके पिता का नाम रामराव पुंडकरे तथा माता का नाम त्रिवेणी है । इनके पति बालाजी चम्बुले इनके प्रेरणा स्त्रोत है । इन्हें एम.ए. हिंदी के लिए स्वर्ण पदक से सम्मानित किया गया है । साथ साथ इन्होंने बी. एड. की पढ़ाई की है । यह एक शिक्षिका है और अध्यापन के कार्य में अपना योगदान दे रही है । इनके आराध्य शिवजी है उन्हें सबकुछ मानती है तथा माता अमृतानंदमयी जी को अपना गुरु मानती है ।
इनके विचारों पर माता पिता और अपने पति के साथ कवियत्री महादेवी वर्मा, कबीरदास और हरिवंशराय बच्चन के साहित्य का प्रभाव है । आधुनिक काल की गुरु माता अमृतानंदमयी के कार्य का प्रभाव है ।
सम्प्रति : शिक्षिका
प्रकाशित कृतियाँ/ उपलब्धियां/ सामाजिक कार्य : में…बेघर, मैं… बेघर 2, माँ, मेरी मनभावक कहानियाँ आदि।
कार्यशाला/प्रशिक्षण/भागीदारी/आयोजन : — हर साल लगभग 25 CBSE की कार्यशाला में सहभागिता, गृहमंत्रालय का नगर कार्यान्वित समिति का “नगरी लिपि विवेचन एवं भारतीय भाषाओं का विकास सहभागिता ।
रिसर्च पेपर – सनातन धर्म और संस्कृति पर काम कर रही है l
सम्मान व पुरस्कार : गुरु रत्न सम्मान – ब्रिजलोक समिति ।
उत्तम शिक्षिका सम्मान -बृजलोक समिति ।