प्रतिभाओ के हौसलो को पंख देने के लिए 28 अक्टूबर को बंगलुरु में भव्य प्रतिभा सम्मान समारोह का आयोजन
दिल्ली, समाजहित एक्सप्रेस (रघुबीर सिंह गाड़ेगांवलिया) l गोपाल किरण समाजसेवी संस्था, ग्वालियर के तत्वाधान में आगामी 28 अक्टूबर 2023 को “महिला सशक्तिकरण और सामाजिक समावेशन में वित्तीय साक्षरता की भूमिका” (Role of financial literacy in women empowerment and social inclusion) पर एक दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय सेमिनार बंगलुरु के 24 बेन्सन रोड पर स्थित इंडियन सोशल इंस्टिट्यूट में आयोजित किया जायेगा l कार्यक्रम में मुख्य संरक्षक कैलाश चन्द मीणा (IFS), मुख्य अतिथि व वक्ता डॉ० बी.पी. अशोक (IPS), व सूर्यकांत शर्मा होंगे l इस कार्यक्रम की संयोजिका व लेखिका डॉ. वाई. कस्तूरी बाई द्वारा लिखित पुस्तक “जीवन तुम क्या हो“ का विमोचन किया जायेगा l
गोपाल किरन समाज सेवी संस्था सदैव देश और समाजहित में कार्य करने वाला संगठन है । जिसमे शिक्षा के क्षेत्र में नवाचार पर जोर दिया जाता है क्योंकि शिक्षा जीवन के लिए जरुरी है और जीवन देश और समाज के लिए उपयोगी हो, यही गोपाल किरन समाज सेवी संस्था का मूल मंत्र है । स्थापना से लेकर अब तक संस्था निरन्तर ऊर्जा सम्पन्न प्रतिभाओं को एक मंच पर संगठित कर सम्मानित करने का कार्य करती है । प्रतिभाओ में सकारात्मक देश भक्ति को बढ़ावा देने और समाजहित का भाव जागृत करने के लिए सतत प्रयत्नशील रहती है ।
बंगलुरु में आयोजित समारोह में सामाजिक क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाली प्रतिभाओं जिनमें चिकित्सा,शिक्षा, भाषा व साहित्य, रचनात्मक लेखन, संगीत एवं कला, नृत्य, खेलकूद, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया व पत्रकारिता, शोध एवं अनुसंधान, महिला सशक्तिकरण व सामाजिक उत्थान आदि के क्षेत्रों में अपनी सेवाओं से महत्वपूर्ण पहचान बनाने वाली विभूतियों की पहचान कर उन्हें मंच पर उत्कृष्ट सेवा सम्मान पुरस्कार से सम्मानित किया जाता है । इन प्रतिभाओं का चयन एक चयन समिति के माध्यम से किया जाता है l दानशीलता, सौहार्द्र एवं अनुकरणीय सहायता के क्षेत्र में दानवीर भामाशाह सम्मान भी प्रदान किया जाता है l प्रतिभाओं में देश की दशा और दिशा बदलने की क्षमता होती हैं । किसी भी देश का भविष्य उसकी अपनी प्रतिभाओ पर निर्भर होता है । विभूतियों में मौजूद मौलिक प्रतिभा को जब उचित मंच मिलता है तो प्रतिभा ज्यादा निखरती है ।
गोपाल किरन समाज सेवी संस्था के अध्यक्ष श्रीप्रकाश सिंह निमराजे ने कहा कि संसार में प्रकृति की सबसे अमूल्य देन नारी है । समाज और परिवार में नारी हर रूप में अपने कर्तव्य का पालन करती है । परिवार के विकास में सबसे बड़ा योगदान नारी का ही होता है । बालिका शिक्षा समाज के लिए अति आवश्यक है, शिक्षित नारी के बिना समाज विकास अधूरा रहता है इसलिए संस्था हमेशा बालिका शिक्षा पर जोर देती है l समाज में व्याप्त कुरीतियों को समाप्त करना समाज के प्रत्येक व्यक्ति का दायित्व है l