मादीपुर में बालिकाओं एवं महिलाओं की सुरक्षा हेतु पांच दिवसीय नि:शुल्क आत्मरक्षा प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया जायेगा
दिल्ली, समाजहित एक्सप्रेस (रघुबीर सिंह गाड़ेगांवलिया) l रैगर समाज पंचायत (मादीपुर) के तत्वाधान में नारी शक्ति रैगर संगठन के द्वारा दिल्ली पुलिस के सहयोग से स्कूल व कालेज जाने वाली लड़कियों, कामकाजी महिलाओं और गृहणियों को मादीपुर क्षेत्र में 30 मई से 3 जून 2023 तक प्रात: 11 बजे से दोपहर 1 बजे तक पांच दिवसीय नि:शुल्क आत्मरक्षा प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया जायेगा l उक्त शिविर में भाग लेने वालों के लिए पंजीकरण आवेदन 20 मई से 23 मई तक स्वीकार किये जायेंगे l
संयोजिका गीता सक्करवाल ने समाजहित एक्सप्रेस के संपादक रघुबीर सिंह गाड़ेगांवलिया को फोन पर बताया कि पांच दिवसीय कार्यक्रम का उद्देश्य बालिकाओं एवं महिलाओं की सुरक्षा और भलाई सुनिश्चित करना है l इस उद्देश्य के लिए बालिकाओं एवं महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए नि:शुल्क आत्मरक्षा (Self Defence) प्रशिक्षण शिविर में विशेष रूप से प्रशिक्षित किया जाएगा l
सेल्फ डिफेंस का अर्थ है कि खुद की रक्षा करना न कि किसी को हानि पहुंचाना । बच्चियों और महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराधों को देखते हुए हमने दिल्ली पुलिस के सहयोग से महिलाओं को सेल्फ डिफेंस के गुर सीखना बहुत जरूरी है, इसलिए प्रशिक्षण में उन्हें हिस्सा जरूर लेना चाहिए ताकि कभी भी गंभीर परिस्थिति में फंस जाए तो असामाजिक तत्व को चारों खाने चित कैसे किया जाए l
सह संयोजिका मीना झंगीनिया ने बताया कि समय तेजी से बदल रहा है और बालिकाओं एवं महिलाओं के प्रति अपराध भी तेज गति से बढ़ रहे हैं l बदमाश इतने बेखौफ हो गए हैं कि वे महिलाओं को जख्मी कर चांदी सोने के कड़े व आभूषण लूट रहे हैं । उचक्के बेटियों पर सरेराह फब्तियां कसते हैं । इसलिए हम डर को हमेशा के लिए दूर करने हेतु महिलाओं को सेल्फ डिफेंस के गुर सिखाना जरूरी है ताकि संकट गंभीर स्थिति आने पर हर स्थिति से निपट सकें ।
बुनियादी आत्मरक्षा तकनीकों में महिलाओं और बच्चियों को प्रशिक्षित किया जाता है और सिखाया जाता है कि सुरक्षा के लिए ”दुपट्टा”, पेन, हैंडबैग और उनके पास उपलब्ध अन्य वस्तुओं जैसी चीजों का उपयोग कैसे करें । असामाजिक तत्वों, अपराधियों, झपटमारों आदि के हमलों से खुद को कैसे बचाएं । आत्मरक्षा प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद में महिलाओं और बच्चियों में आत्मविश्वास बढ़ता है और जरूरत पड़ने पर तत्काल किसी की मदद नहीं मिलने की स्थिति में उन्हें खुद को बचाने के लिए तैयार रहती है ।