सरवाड़ में 14 वां बाबा रामदेव मंदिर का पाटोत्सव सत्संग के साथ संपन्न

दिल्ली , समाजहित एक्सप्रेस (रघुबीर सिंह गाड़ेगांवलिया) l सरवाड़ कस्बे में फुलेरा दूज 1 मार्च 2025 को बस स्टैंड के पास रैगर समाज के बाबा रामदेव मंदिर प्रांगण में 14 वें पाटोत्सव के उपलक्ष में विशाल सत्संग का आयोजन नीमच के संतश्री 1008 लक्षानंद जी महाराज की अध्यक्षता में रखी गई। जिसमें मुख्य अतिथि केकड़ी विधानसभा के विधायक शत्रुघ्न गौतम, विशिष्ट अतिथि एस डी एम भिनाय सुनील कुमार जिंगोनिया और एस डी एम सवाई माधोपुर चंद्रप्रकाश जी सरावंडिया रहे। संत महात्माओं ने समयानुसार गुरु महिमा, सत्संग महिमा, भक्ति महिमा, परा वाणी, चेतावनी के भजन, प्रवचन प्रस्तुत कर स्रोतों को मंत्र मुक्त किया।
सुखदेव आरटिया से प्राप्त जानकारी के मुताबिक सत्संग का शुभारंभ सरवाड़ की भजन मंडली ने गणेश वंदना और मंगलाचरण के पांच भजन प्रस्तुत कर शुभारंभ किया गया । सत्संग में शिवराज पुत्र मोहनलाल करावलिया कनिष्ठ सचिव बनने पर तथा शिवराज पुत्र घीसालाल करावलिया सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी में चयन होने पर और खुशबू पुत्री बाबूलाल करावलिया के सर्वाधिक अंक लाने पर प्रशस्ति पत्र, नकद राशि, ट्रॉफी देकर सम्मानित किया गया ।
मुख्य अतिथि केकड़ी विधानसभा के विधायक शत्रुघ्न गौतम ने उद्बोधन में कहा कि हमें सत्संग लाभ लेकर अपना आध्यात्मिक जीवन सफल बनाने का प्रयास करना चाहिए। सभी संत महात्माओं को 500-500 रुपये भेंट देकर विधायक महोदय ने पूण्य लाभ प्राप्त किया। विशिष्ट अतिथि एस डी एम भिनाय सुनील कुमार जिंगोनिया और एस डी एम सवाई माधोपुर चंद्रप्रकाश जी सरावंडिया ने संविधान निर्माता बाबासाहेब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के जीवन पर प्रकाश डालते हुए अपनी संतान को पढ़ाने हेतु आग्रह किया। विशिष्ट अतिथि रामस्वरूप सरावंडिया, प्रभु लाल जागृत, ओमप्रकाश बड़ोला, महावीर कांसोटिया प्रेस रिपोर्टर, भागचंद चापा प्यारेलाल खटीक, अजय पारीक, रामस्वरूप वैष्णव, गुदड़मल ने भी विचार व्यक्त किया ।
सत्संग में संतश्री राधेश्याम जी सनोदिया, मोहनलाल जी पाली, गरीब दास जी सरवाड़, रामदयाल जी आगूचा, ओमप्रकाश जी पचेवर, हरिओम जी मालपुरा, साध्वी पानी बाई फतेहगढ़, नशा मुक्ति ज्ञान व्यापी नागौर बड़ली, हरिकिशन जी बांदनवाड़ा, कल्याण जी केकड़ी, गोविंद जी बृकचियावास, भंवर लाल जी किशनगढ़, छोगाराम जी किशनगढ़ तेजू राम जी बनेवड़ा, बन्रा राम जी अरवड़ रघुनाथ भारती जी नाईखेड़ा गोपाल राम जी थला, श्रवण जी निमेड़ा, लादूराम जी भरणीकला, आनंदी राम जी सांगरिया, लादूराम जी रहड़, फूलचंद जी देवली, माधुराम जी मंडलाव, किशन राम जी महाराज थड़ोली, बन्ना राम जी किशनगढ़ , जगदीश दास जी सांगानेर, कैलाश दास जी करकेड़ी, बंसी राम जी महाराज धारेड़ा, प्रहलाद जी राजपुरा (मालपुरा), बाबूलाल जी धारेड़ा, रूपचंद जी सूरजपुरा, माधु जी बावलों का खेड़ा, गोकुल जी केकड़ी, कचरू जी सलेमाबाद, लादूराम जी काछोला, छीतर लाल जी सरसिया (मायला), भावेश जी सांपला, मीनाक्षी बाई जेतपुरा, कन्हैयालाल जी राजपुरा, शिवानी जी सोबड़ीआदि संत महात्माओं ने समयानुसार गुरु महिमा, सत्संग महिमा, भक्ति महिमा, परा वाणी, चेतावनी के भजन, प्रवचन प्रस्तुत कर स्रोतों को मंत्र मुक्त किया।
प्रातः ब्रह्म मुहरत में आरती की गई। कार्यकारिणी सदस्यों ने सभी संत महात्माओं को शॉल, श्रीफल एवं नकद राशि भेंट करके सम्मान किया गया ।