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गोपाल किरण समाज सेवी संस्था द्वारा चितौड़गढ़ में समाज की 140 प्रतिभाओ को सम्मानित व पुस्तक विमोचन किया गया

दिल्ली, समाजहित एक्सप्रेस (रघुबीर सिंह गाड़ेगांवलिया) l  चितौड़गढ़ के पन्ना होटल में रविवार (14 मई, 2023) को गोपाल किरण समाज सेवी संस्था के तत्वाधान में मदर डे पर थीम मातृ शक्ति के तहत ग्लोबल प्राइड वूमेन अचीवर्स अवार्ड देने हेतु राष्ट्रीय सेमिनार-2023 का आयोजन किया गया l इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि कैलाश चन्द मीणा (IFS), मुख्य वक्ता डॉ० बी.पी. अशोक (IPS), अति विशिष्ट अतिथि आर.एस. वर्मा (IES),श्रीमति संतोष मीणा (सोशल एक्टीविस्ट), भीमरत्न लखमीचन्द गौतम (अवर सचिव), रविन्द्र सिंह यादव,(आयुक्त नगर परिषद्), शाहना खानम (ASP) शामिल हुए तथा अध्यक्षता श्रीप्रकाश सिंह निमराजे ने की l इस कार्यक्रम में अलग-अलग क्षेत्रों में अपनी पहचान बनाने वाली महिलाओं को सम्मानित किया गया l

पन्ना होटल में आयोजित ग्लोबल प्राइड वूमेन अचीवर्स अवार्ड का शुभारंभ मुख्य अतिथि कैलाश चन्द मीणा (IFS), मुख्य वक्ता डॉ० बी.पी. अशोक (IPS), अति विशिष्ट अतिथि आर.एस. वर्मा (IES),श्रीमति संतोष मीणा (सोशल एक्टीविस्ट), भीमरत्न लखमीचन्द गौतम (अवर सचिव), रविन्द्र सिंह यादव,(आयुक्त नगर परिषद्), शाहना खानम (ASP) सहित अन्य अतिथियों ने भारतरत्न बाबा साहब डॉ० भीमराव अम्बेडकर जी के चित्र पर माल्यार्पण व पुष्प अर्पित कर दीप प्रज्जवलित करके किया । सभी अतिथियों का गोपाल किरण समाज सेवी संस्था की ओर से बैज लगाकर पंचशील का पटका व फूलो की माला पहना कर स्वागत किया गया l

इस मौके पर मुख्य वक्ता डॉ० बी.पी. अशोक (IPS) ने मौजूद विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्यों से अपनी पहचान बनाने वाली महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा कि आज समाज में आगे बढ़कर कार्य करने वाली महिलाओ को ही सम्मानित किया जाता है, आज महिलायें पुरुषो के बराबर कार्य करती है और ये सब बाबा साहब के सविंधान की वजह से हुआ है l एक समय ऐसा था जब महिलाएं घर बाहर नहीं निकलती थी हमेशा घूँघट में रहती थी और चूल्हा चौके का ही कार्य करती थी l आज की महिलाएं पुरुषो से ज्यादा कार्य करती है, घर का कार्य करने के बाद नौकरी आदि करती है l कल्पना चावला को आज दुनिया जानती है यदि वो घर में रहती तो क्या दुनिया उन्हें जानती कल्पना चावला ने अपनी योग्यता के बल पर आसमान को छुआ तभी ये संभव हुआ l

बाबा साहब ने कहा था कि देश की महिलाओ की खुशहाली का रास्ता शिक्षा ही है । महिलाएं शिक्षित होंगी तो अपने अधिकारों की लड़ाई लड़ सकती है l उन्हें पता था कि जब तक कोई भी व्यक्ति शिक्षित नहीं होगा, संगठित नही हो सकता तब तक वह संघर्ष नहीं कर सकता है । शिक्षा वो चाभी है, जिससे दुनिया का हर ताला खुलता है । इससे जंग लगे भी ताले खुल जाते हैं ।इसके अलावा उन्होंने अन्धविश्वास, पाखंडवाद और महिलाओ के अधिकारों के बारें में विस्तार से बताया l

मुख्य अतिथि कैलाश चन्द मीणा ने संबोधित करते हुए कहा कि महिलाओ को किसी भी प्रकार से डरना नहीं चाहिए और बिना सत्य को जाने किसी की बात को नहीं माने l अपने बच्चो को खासकर लड़कियों को जरुर शिक्षित बनायें l कार्यक्रम में सभी अतिथियों ने भी संक्षिप्त में सभी अवार्डीयों को संबोधित किया l

कार्यक्रम में मुहं से पेंसिल द्वारा चित्रकारी करने वाली दिव्यांग बालिका ख़ुशी को मोमेंटो, मेडल और प्रमाण पत्र देकर पुरुस्कारित कर प्रोत्साहित किया गया l इसके अलावा मुकेश बोहरा द्वारा लिखित अमन की किताब का विमोचन व जलेश्वरी गेंदले द्वारा लिखित चेतना के बीज नामक पुस्तक का लोकार्पण किया गया l

वक्ताओ के संबोधन के उपरांत कार्यक्रम में मौजूद विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्यों से अपनी पहचान बनाने वाली महिलाओं व पुरुषो सहित 140 प्रतिभाओ को सावित्री बाई फुले गौरव सम्मान अवार्ड व सिंबल ऑफ़ नॉलेज डॉ० बी.आर. अम्बेडकर अलंकरण से अतिथियों द्वारा मोमेंटो, मेडल और प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया l

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