जयपुर में होने वाले सातवें राष्ट्रीय रैगर महासम्मेलन के लिए समाजसेवी चतर सिंह रछौया (पूर्व राष्ट्रीय महासचिव अखिल भारतीय रैगर महासभा), पूर्व पार्षद श्रीमती भूमि चतर सिंह रछौया और पूर्व पार्षद श्रीमती ज्योति सतीश रछौया ने रैगर महासम्मेलन में रैगर वीरों को ले जाने के लिए एक वातानुकूलित बस की व्यवस्था की है l
दिल्ली, समाजहित एक्सप्रेस (रघुबीर सिंह गाड़ेगांवलिया) l अखिल भारतीय रैगर महासभा के द्वारा 9 अक्टूबर 2022 को गुलाबी नगरी जयपुर में होने वाले सातवें राष्ट्रीय रैगर महासम्मेलन के लिए समाजसेवी चतर सिंह रछौया (पूर्व राष्ट्रीय महासचिव अखिल भारतीय रैगर महासभा), पूर्व पार्षद श्रीमती भूमि चतर सिंह रछौया और पूर्व पार्षद श्रीमती ज्योति सतीश रछौया ने रैगर महासम्मेलन में रैगर वीरों को जयपुर ले जाने के लिए एक वातानुकूलित बस बुक कर दी है जो जयपुर के लिए नांगलोई स्थित रछौया भवन (रैगर चौपाल के सामने) से 08 अक्टूबर को रात 10 बजे रवाना होगी l समाज के निरंतर विकास और संस्कृति की रक्षा हेतु रैगर वीर बनाने का कार्य जोर शोर से चल रहा है l जो रैगर वीर बनना चाहता है और सम्मेलन में शामिल होना चाहता है तो नांगलोई में समाजसेवी चतर सिंह रछौया से संपर्क करे l
समाजसेवी चतर सिंह रछौया (पूर्व राष्ट्रीय महासचिव अखिल भारतीय रैगर महासभा) ने समाजहित एक्सप्रेस को बताया कि अखिल भारतीय रैगर महासभा, रैगर समाज का सर्वाधिक जनप्रिय और जनव्यापी संगठन है l महासभा में रैगर समाज की समस्याओ को लेकर सर्वाधिक चिंतन-मनन होता है जो कि इस महासभा का अखिल भारतीय स्वरुप होनें के कारण स्वाभाविक भी है और इसलिए भी स्वाभाविक है, क्योंकि यह महासभा रैगर समाज के पूज्य महापुरुषों यानि धर्मगुरु स्वामी ज्ञान स्वरुप जी महाराज और त्यागमूर्ति स्वामी आत्माराम लक्ष्य जी के ईश्वरीय मष्तिष्क की कल्पना और योजना से उपजा संगठन है l इसकी स्थापना के बाद से आज तक महासभा ने जितने भी कार्य किये है या कराये है उसमें समाज के महापुरुषों की आभा और चमक दृष्टिगत होती है l समाजहित में विकास हेतु कुछ भी करने कराने का अद्भुत विचार महासभा के मूल मानस में निहित है l
मैं समाजहित एक्सप्रेस के माध्यम से कहना चाहूँगा कि समाज के लोगो और संगठन के पदाधिकारियों को सामाजिक जिम्मेदारी निभाने के लिए मानसिकता बनाने की आवश्यकता है । मैं एक सामाजिक कार्यकर्ता होने के नाते समाज के लोगो से मुलाकात के दौरान जो सुना और अपने अनुभव के आधार पर कहना चाहूँगा कि वर्तमान काल में सामाजिक संगठनो के पदाधिकारीगण समाज के लोगो के चिट्टी/पत्रों का जवाब देने के समय अपनी सामाजिक जिम्मेदारियों व पारदर्शिता से दूर भागता है, जिसके कारण आज समाज का युवा वर्ग सामाजिक संगठनों से दुरी बनाना शुरू कर दी है, यह कटु सचाई और गंभीर विषय भी है l मेरा मानना है कि जब तक संगठन के पदाधिकारियों की कार्यशैली और मानसिकता नहीं बदलेगी, समाज का समग्र विकास का सपना देखना बेईमानी होगा ।
पूर्व पार्षद श्रीमती भूमि चतर सिंह रछौया और पूर्व पार्षद श्रीमती ज्योति सतीश रछौया ने समाजहित एक्सप्रेस के संपादक रघुबीर सिंह गाड़ेगांवलिया के साथ बातचीत के दौरान भूमि रछौया ने कहा कि समाज के लोगों को एक दूसरे का सहयोग करते हुए आगे बढ़ना चाहिए तथा लोगों को समाज और परिवार के हित में सदैव आगे आकर सहयोग करना चाहिए l वहीं ज्योति सतीश रछौया ने कहा कि अगर समाज का कोई भी व्यक्ति अपनी क़ाबलियत के दम पर आगे बढ़ता है तो उसकी टांग ना खींचे, बल्कि उन्हें चाहिए कि उसे आगे बढ़ाने के लिए उसका सहयोग करें l स्वयं भी ईमानदारी से मेहनत करके अपने बच्चो को शिक्षित बनाये और अपने परिवार का जीवन स्तर उठाने के लिए उचित रोजगार की व्यवस्था करें । दोनों पूर्व पार्षदों ने लोगो से अपील की कि जयपुर में आयोजित सातवाँ राष्ट्रीय रैगर महासम्मेलन में अधिक से अधिक संख्या में पहुंचकर सफल बनायें l