सामाजिक कार्यकर्ता की समाज में भूमिका
दिल्ली, समाजहित एक्सप्रेस (रघुबीर सिंह गाड़ेगांवलिया) l समाज में कई ऐसे व्यक्ति होते हैं जो समाज-सेवा की भावना रखते है। वे समाज-सेवा के क्षेत्र में व्यक्तिगत रूप में अथवा स्वयंसेवी के रूप में गैर-सरकारी संगठनों के साथ कार्य करते हैं, और कई ऐसे व्यक्ति होते हैं जो अकेले समाज में अत्यधिक महत्वपूर्ण परिवर्तन लाते हैं। बिहार के गया में गहलौर गांव के एक श्रमिक दशरथ मांझी के बारे में आपने अवश्य सुना होगा जिसने अपने गांव को चिकित्सा सुविधा वाले निकटतम शहर से जोडऩे के लिए 1960 से 1982 तक 22 साल अकले दिन-रात मेहनत करके पहाड़ी क्षेत्र को काटकर मार्ग बनाया था। कैलाश सत्यार्थी ने 2014 में नोबल पुरस्कार जीता था। वह बाल-अधिकार कार्यकर्ता है और उन्होंने 144 देशों के 83,000 से भी अधिक बच्चों के अधिकारों की रक्षा की है। ऐसे महान व्यक्तियों को अन्यों से आदर एवं सम्मान प्राप्त करने के लिए किसी शैक्षिक डिग्री की आवश्यकता नहीं होती।
मानव समाज में पूर्व काल से ही अनेक समस्याएं और कठिनाइयां चलती आ रही हैं। जैसे बेरोजगारी, गरीबी, बीमारी एवं निरक्षरता आदि है। जिस से मनुष्य का सामाजिक पर्यावरण प्रभावित होता है। समाज कार्य एक व्यवसायिक सेवा है। समाज-सेवा का कार्य समस्याग्रस्त व्यक्तियों को मदद प्रदान करने का कार्य है। समाज कार्य समाजिक विज्ञान है यह वैज्ञानिक व क्रमबद्ध ज्ञान की प्रणालियों पर आधारित है।
सामाजिक कार्यकर्ताओं के पास पेशेवर कर्तव्यों और जिम्मेदारियों की एक विस्तृत श्रृंखला होती है जिसका उद्देश्य लोगों की भलाई में सुधार करना होता है। जबकि भूमिकाएँ अलग-अलग होती हैं, मुख्य सामाजिक कार्य गतिविधियों में समाज के लोगो के साथ जुड़कर ज़रूरतों का आकलन करना, वकालत करना, परामर्श देना, केस प्रबंधन और संकट की स्थितियों में हस्तक्षेप करना शामिल है। वे मनोवैज्ञानिक चुनौतियों से लेकर घरेलू हिंसा तक के मुद्दों को संबोधित करने के लिए सभी उम्र और पृष्ठभूमि की आबादी के साथ काम करते हैं।
सामाजिक कार्यकर्ता के पास उदारता, संवाद कौशल, संवेदनशीलता, धैर्य, नैतिकता और सहानुभूति की भावना का विशेष गुण होता है। वे लोगों की समस्याओं को समझते हैं और उन्हें समाधान के लिए उचित मार्गदर्शन करते हैं। समाज के लोगो के साथ जुड़कर समस्याओं का समाधान करने और समाज में जागरूकता फैलाने की महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। समाजिक कार्यकर्ता शिक्षा, स्वास्थ्य, पर्यावरण, मानवाधिकार, सांस्कृतिक समारोह, समुदाय विकास, बाल संरक्षण, महिला सशक्तिकरण और गरीबी निवारण जैसे विभिन्न क्षेत्रों में काम करते हैं।
समाज सेवा के क्षेत्र में आने के लिए आपको एकऔपचारिक मार्ग का अनुसरण करना होगा। जिन व्यक्तियों को अपनी आजीविका चलाने के लिए वेतन की आवश्यकता होती है, वे सामाजिक कार्य में स्नातक और मास्टर डिग्री कर सकते हैं।