कजोडमल डीगवाल ने अपने पुत्र रजनीश की बिना दहेज़ शादी कर समाज के लिए एक अनुकरणीय मिसाल कायम की है l
दिल्ली, समाजहित एक्सप्रेस (रघुबीर सिंह गाड़ेगांवलिया) l जयपुर, दहेज प्रथा की झूठी शान में कई युवतियों की जिंदगी नरक बन जाती है l अक्सर समाज में सब कहते हैं कि दहेज जैसी कुप्रथा खत्म होनी चाहिए, लेकिन इस बात पर अमल कोई नहीं करता । इसकी शुरुआत लोगो को अपने घर से करनी चाहिए इस बात को साकार करने के लिए गांव जहोता निवासी शिक्षक के पद से सेवानिवृत कजोडमल डीगवाल ने अपने पुत्र रजनीश की शादी कुसुम पुत्री कैलाश चन्द खोरवाल के साथ बिना दहेज़ शादी कर समाज के लिए एक अनुकरणीय मिसाल कायम की है l
कालूराम मोहनपुरिया ने समाजहित एक्सप्रेस के संपादक को बताया कि दहेज प्रथा एक सामाजिक बुराई है और इसे समाप्त करने के लिए अपने घर से ही शुरुआत करनी चाहिए, इसके लिए हमारे गांव के कजोडमल डीगवाल परिवार ने पारिवारिक सहमति से समाज में व्याप्त दहेज प्रथा को समाप्त करने के लिए बिना दहेज़ बेटे रजनीश की शादी करने का निर्णय लिया ।
दिनांक 28-05-2023 को कजोडमल डीगवाल ने अपने पुत्र रजनीश संग कुसुम पुत्री कैलाश चन्द खोरवाल निवासी घाट गेट, जयपुर के साथ शगुन के रूप में एक रुपया व नारियल से रिश्ता किया है तथा विवाह में भी शगुन स्वरूप एक रुपया ही लेकर विवाह किया और उपहार व दहेज आदि कुछ नहीं लिया l वर-वधु दोनों ही शिक्षित है और रजनीश नौकरी करता है l
इस प्रकार का निर्णय लेकर कजोडमल डीगवाल ने समाजहित में दहेज प्रथा के उन्मूलन का शंखनाद किया है l समाज के जागरूक लोग जगह-जगह इस निर्णय की चर्चा करते हुए समाज में बदलाव लाने के लिए ऐसे लोगों की जरूरत बता रहे हैं । आज समाज में दहेज प्रथा का प्रचलन चल रहा है, जिसको मिटाने के लिए समाज के युवाओ को आगे आना चाहिए, तभी एक सभ्य समाज का निर्माण हो सकता है ।