Thursday 12 December 2024 6:44 AM
जयपुरताजा खबरेंनई दिल्लीराजस्थानलाइफस्टाइलसंपादकीय

आजकल अभिभावकों को अपने बच्चो के वैवाहिक रिश्ते ढूंढना बहुत बड़ी चुनौती है

दिल्ली, समाजहित एक्सप्रेस (रघुबीर सिंह गाड़ेगांवलिया) l

आजकल माता पिता के लिए अपने बेटे-बेटी की शादी के लिए बेहतर रिश्ता ढूँढना बेहद चुनौतीपूर्ण कार्य हो सकता है । समाज में हमेशा से यह भावना रहती है कि लड़का-लड़की की जितनी जल्दी शादी हो जाए, उतना ही अच्छा l जैसे ही लड़की ने 18 की उम्र और लड़के ने 21 की उम्र पार की उसके बाद माता-पिताओं को अपने बच्चों की शादी की चिंता सताने लगती है l कई बार माता पिता को औलाद के लिए रिश्ता ढूँढना बहुत स्ट्रेस और टेंशन से भरा हो सकता है । माता पिता सही दृष्टिकोण और व्यावहारिक कुशलता से रिश्ते ढूंढने की स्ट्रेस और टेंशन से बच सकते है l

समस्या : सरकारी नौकरी करने वाला दामाद खोजने का सपना

सरकारी नौकरी वाले लड़के की तम्मना छोड़ दें, क्योंकि आजकल सरकारी नौकरी वाला लड़का भी सरकारी नौकरी वाली लड़की ही ढूंढता है। वैसे भी अपने समाज में सरकारी नौकरी वाले लड़के बहुत ही कम मिलते हैं।

अक्सर देखा गया है कि ग्रुपों में अधिकांश लोग बायोडाटा में लिखते हैं कि केवल सरकारी नौकरी वाले ही संपर्क करें और वे अच्छे संस्कार वाला परिवार अपने हाथों से खो देते हैं।

कुछ लड़की वाले या लड़के वाले अपने वेतन या समकक्ष योग्यता वाले लड़के या लड़की चाहते है जिसके कारण लड़के और लड़की की उम्र बढ़ती चली जाती है, यह जरूरी नहीं है कि वेतन या योग्यता के समकक्ष लड़की या लड़का मिले। कहीं न कहीं समझौता करना ही पड़ेगा ।

कुछ लोग तो खाली दहेज के चक्कर में अच्छे-अच्छे रिश्ते ठुकरा देते हैं । आजकल सभी घरों में प्राय: दो ही बच्चें होते हैं । कुछ कहते हैं मैंने लड़की की शादी में करीबन एक करोड़ खर्च किया है तो लड़के के लिए ज्यादा नहीं तो पचास या साठ लाख बजट वाला तो होना चाहिए और सिर्फ पैसों के चक्कर में बच्चों की विवाह की उम्र निकाल देते हैं और जिस उम्र में उन्हें पोते पोती के साथ खेलना चाहिए उस उम्र में उन्हें स्वयं के बच्चे होते हैं ।

ज्यादा उम्र होने पर लड़के बूढ़े और गंजे मिलते है और लड़कियों के चेहरे पर झुर्रियां और बुढापा भी नजर आने  लगता है ।

कई समझदार लोग अच्छे रिश्ते जानबूझ कर कुंडली मिलान ना होने का बहाना बना कर भी ठुकरा देते हैं l

कई समझदार लोग अच्छे संस्कारवान, व्यवसाय करने वाले या कम्पनियों में काम करने वाले होनहार रिश्तों को भी थोड़ा कम स्मार्ट होने, थोड़ा मोटा या दुबला होने की कमी निकाल कर, वेतन या आमदनी कम बताकर भी रिश्ता छोड़ कर जीवन भर पछताते हैं ।

आखिर आपकी अपनी मर्ज़ी के अनुरूप सर्वगुण सम्पन्न लड़का या लड़की कभी नहीं मिल सकता क्योंकि सर्वगुण सम्पन्न तो ईश्वर ही हो सकता है आज जो रिश्ता आपको मिल रहा है वहीं रिश्ता आपको कल नहीं मिलने वाला । जो मिल रहा है यदि वह संस्कारित खानदानी परिवार है, तो रिश्ता करने में देरी मत कीजिये, हमने अमीरों को गरीब और गरीब लोगों को अमीर बनते देखा है । यह भी देखा गया उम्र बढ़ने के साथ ही शादी के लिए रिश्ते ढूंढने में भी मुश्किल आती है l

लड़के की उम्र 24 से 30 एवं लड़की की उम्र 22 से 28 तक की उम्र आते-आते लड़का-लड़की समझदार हो जाते है और खुद अपनी जिम्मेदारी संभालने के लायक हो जाते है l इसके विपरीत कई लोगो की राय है कि यदि कोई व्यक्ति इस उम्र तक भी अपने आप पर निर्भर नहीं है तो समझ लीजिए वह जीवन में कभी किसी फील्ड में अपना करियर बनाने और परिवार की जिम्मेदारी सँभालने के लायक नहीं हो सकता l बुजुर्गो ने कहा है, तीन चीजें कभी लौट कर नहीं आती- (1)-आयु , (2)-सु-अवसर और (3)-भाग्य l

बाकी आपकी मर्जी, जैसा आप अपने विवेकानुसार उचित समझें ।

डिस्क्लेमर (अस्वीकरण) : इस आलेख में व्यक्त किए गए विचार लेखक के निजी विचार हैं l इस आलेख में दी गई किसी भी सूचना की सटीकता, संपूर्णता, व्यावहारिकता अथवा सच्चाई के प्रति ‘समाजहित एक्सप्रेस’ उत्तरदायी नहीं है l

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Check Also
Close